STUDENT'S POWER - NATION'S POWER / छात्रशक्ति - राष्‍ट्रशक्ति

Monday, September 5, 2011

भ्रष्टाचार का जवाब बैलेट से देंगे छात्र: नेहा सिंह


डीयू के सभी कालेजों में लागू हो समान शुल्क संरचना: विकास यादव

नई दिल्ली, 05 सितंबर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के पैनल से अध्यक्ष पद की उम्मीदवार नेहा सिंह ने चुनाव अभियान के दौरान कहा कि एबीवीपी हमेशा छात्र हित और राष्ट्रहित के विभिन्न मुद्दों पर अपने रचनात्मक व आंदोलनात्मक गतिविधियों से युवा शक्ति को झकझोरती रही है। देश में जब भ्रष्टाचार का मुद्दा सामने आया तो एबीवीपी ने पूरे देश भर में इसके खिलाफ अपने आन्दोलन के माध्यम से युवाओं को एकजुट किया। चाहे वह बाबा रामदेव का काला धन वापस लाने के लिये चलाया गया आन्दोलन रहा हो या अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आन्दोलन, एबीवीपी कीे सदैव सक्रिय भूमिका रही है। नेहा सिंह ने उम्मीद जताते हुए कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव में भ्रष्टाचारियों के पैसों पर राजनीति कर रहे लोगों का जवाब छात्र बैलेट के माध्यम से जरूर देगा।
नेहा सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार में डूबी कांग्रेस सरकार की ओछी राजनीति और सत्ता-प्रेम अब सबके सामने आ चुका है। मातृसंस्था से प्रेरणा लेते हुए एनएसयूआई भी उसी राह पर चल रही है और भ्रष्टाचारियों के पैसे का उपयोग छात्रसंघ चुनाव में खुलकर कर रही है। ऐसे में राष्ट्र हित व छात्र हितों की बात करना उनके लिये बेमानी है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार की शिक्षा के प्रति उदासीनता का इससे बडा उदाहरण और क्या होगा कि पिछले 12 साल में दिल्ली विश्वविद्यालय में एक भी नया कालेज नहीं खुला। उन्होंने कहा कि अगर यही घोटाले का पैसा दिल्ली की मुख्यमंत्री स्कूल, कालेज और अन्य शिक्षण संस्थान के खुलवाने मंे प्रयोग करती तो हाई कट आफ लिस्ट के कारण दाखिले से वंचित छात्र आज कालेजों में पढाई कर रहे होते। 
वहीं दूसरी तरफ एबीवीपी पैनल के सचिव पद के प्रत्याशीे विकास यादव ने शिक्षा क्षेत्र में हो रहे भ्रष्टाचार के मुद्दे को छात्रों के बीच उठाते हुए कहा कि दिल्ली के वो छात्र जो प्रोफेशनल कोर्स करना चाहते हैं उन्हें एनसीआर के प्राइवेट संस्थानों की ओर रुख करना पड़ रहा है क्योंकि दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में प्रोफेशनल कोर्स न के बराबर हैं।.उन्होंने कहा कि इन प्राइवेट शिक्षण संस्थानों की फीस काफी अधिक होती है, जिससे गरीब व मेधावी छात्रों को शिक्षा से वंचित रहना पडता है। एबीवीपी इसे शिक्षा के व्यापारीकरण का एक दूसरा रूप मानता है। एबीवीपी के नेतृत्व वाला छात्र संघ विश्वविद्यालय प्रशासन पर दबाव बनाकर अधिक से अधिक प्रोफेशलन कोर्स खुलवाने की कोशिश करेगा। साथ ही विश्वविद्यालय के सभी कालेजों में समान शुल्क संरचना की भी मांग करेगा। उन्होंने कहा कि एबीवीपी का मानना है कि विश्वविद्यालय के सभी कॉलेजों को समान सुविधाएं मिलनी चाहिए और प्रशासन का और अधिक विकेंद्रीकरण होना चाहिये।
विदित हो कि आज एबीवीपी पैनल के एक समूह में अपने संपर्क अभियान के दौरान नेहा सिंह और विकास यादव ने भगनी निवेदिता, राजधानी, शिवाजी, एसपीएम, आईजीआई, आरएलए, मोतीलाल और ला सेन्टर टू के साथ-साथ रामजस व किरोडीमल कालेज के हास्टलों में संपर्क कर अपने पैनल के प्रत्याशियों के पक्ष में वोट की अपील की। वहीं दूसरी तरफ विकास चौधरी और दीपक बंसल ने श्रद्धानंद, गुरूगोविन्द सिंह, भगत सिंह, देश बन्धु, दयाल सिंह और पीजीडीएवी कालेज के साथ-साथ एसआरसीसी व हिन्दू कालेज के हास्टलों में संपर्क कर समर्थन की अपील की।  

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